अभिषेक श्रीवास्तव । मानहानि बड़े परिवर्तन की जननी है, लेकिन लोग अक्सर मानहानि का केस आदि की बात करते हैं, और हमें हँसी आती है उन पर। परिवर्तन पर यदि नज़र दौड़ाइए 1 : सबसे बड़ा उदाहरण - धनानन्द ने भारी सभा में आचार्य चाणक्य की मानहानि की थी, जिसके फलस्वरूप आचार्य ने चंद्रगुप्त को मगध की गद्दी पर बिठा दिया....2 : राम को तुच्छ वनवासी समझ रावण ने उनका उपहास उड़ाया, रावण की गद्दी छिनी और रावण मारा गया...3 : रावण ने हनुमान जी को मामूली वानर समझ पूछ में आग लगवा दी , नतीजा लंका जल गई...4 : कुबेर के यंहा निमंत्रण पर गए गणेश जी ने उनका अभिमान तोड़ दिया।
परिवर्तन की जननी है मानहानि